भारत जोड़ो यात्रा के दौरान राहुल गांधी के एक बयान पर विवाद छिड़ गया | Dofollow Social Bookmarking Sites 2016
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राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुक्रवार को मध्य प्रदेश को आगर-मालवा में थी। इस दौरान आगर में एक सभा को संबोधित करते हुए 'जय श्रीराम', 'जय सियाराम' और 'हे राम' के नारों की अपने अंदाज में व्याख्या की। उन्होंने कहा-

जय सियाराम' इसका मतलब क्या है? जय सीता और जय राम, मतलब सीता और राम एक ही हैं। इसलिए नारा है जय सियाराम या जय सीताराम। भगवान राम सीता जी की इज्जत के लिए लड़े। हम जयसिया राम कहते हैं और समाज में महिलाओं का सीता की तरह आदर करते हैं। जय श्रीराम, इसमें हम राम भगवान की जय कहते हैं। पंडित जी ने मुझसे कहा कि आप अपनी स्पीच में पूछिए कि भाजपा के लोग जय श्रीराम करते हैं, लेकिन जय सियाराम और हे राम क्यों नहीं करते।
RSS और भाजपा के लोग, जिस भावना से भगवान राम ने अपनी जिंदगी जी, उस भावना से जिंदगी नहीं जीते हैं। राम ने किसी के साथ अन्याय नहीं किया।
राम ने समाज को जोड़ने का काम किया। राम ने सबको इज्जत दी। RSS और भाजपा के लोग भगवान राम के जीने के तरीके को नहीं अपनाते। वो सियाराम और सीताराम कर ही नहीं सकते, क्योंकि उनके संगठन में एक महिला नहीं है, तो वो जय सिया राम का संगठन ही नहीं है, उनके संगठन में सीता तो आ ही नहीं सकती, सीता को तो बाहर कर दिया। ये बातें मुझे एक पंडित जी ने सड़क पर कहीं। मैं RSS के लोगों से कहना चाहता हूं कि जय श्रीराम, जय सियाराम और हे राम का प्रयोग कीजिए। सीता जी का अपमान मत कीजिए।